संभागायुक्त श्री त्रिपाठी ने गौ-शालाओं को सर्वसुविधायुक्त बनाने के दिये निर्देश

इंदौर संभाग में गोवंश निराश्रित नहीं रहेगा


संभाग में 36 गौ-शालाएं बनकर हुई तैयार-20 का निर्माण अंतिम चरण में


 


इंदौर 19 फरवरी  2020


            इंदौर संभाग में अब गोवंश निराश्रित नहीं रहेगा। इसके लिये संभाग में 56 गौ-शालाओं का निर्माण प्रारंभ कर 36 गौ-शालाओं का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। संभाग में 20 गौ-शालाओं का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। संभागायुक्त श्री आकाश त्रिपाठी ने सभी गौ-शालाओं को सर्वसुविधायुक्त बनाने के निर्देश दिये हैं। श्री त्रिपाठी आज यहां कमिश्नर कार्यालय में सम्पन्न हुई बैठक में  ग्रामीण विकास संबंधी कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने संभाग के सभी ज़िलों में मुख्यमंत्री गौसेवा योजना के तहत बनाई जा रही गौ-शालाओं के निर्माण की प्रगति की समीक्षा की। बताया गया कि गौ-शालाओं का निर्माण तेज़ी से चल रहा है। उन्होंने बैठक में उपस्थित सभी कलेक्टर्स को निर्देश दिए कि इन गौ-शालाओं का बेहतर प्रबंधन हो। संभाग के किसी भी ज़िले में गोवंश निराश्रित नहीं रहना चाहिये। सड़कों और अन्य स्थानों से निराश्रित गोवंश को गौ-शालाओं में रखा जाये। गौशालाओं के प्रबंधन के लिए स्व सहायता समूहों को जिम्‍मेदारी दी जाये। इनका चयन कर इन्हें प्रशिक्षण भी दें।


      संयुक्त आयुक्त विकास श्रीमती चेतना फौजदार ने बताया कि संभाग के ज़िलों में 56 गौ-शालाओं का निर्माण स्वीकृत कर कार्य प्रारंभ किया गया।  इनमें से अभी तक 36 गौ-शालाएं बनकर तैयार हो चुकी है एवं इनका लोकार्पण भी हो रहा है। बताया गया कि 20 गौ-शालाओं का निर्माण अंतिम चरण में हैं। संभागायुक्त श्री त्रिपाठी ने बैठक में कहा कि जिन गौशालाओं में टीन शेड बनाए गए हैं वहां आने वाली गर्मी को ध्यान में रखते हुए उसके ऊपर घास-फूस भी छत पर लगाये, ताकि गर्मी के प्रकोप से मूक प्राणियों को बचाया जा सकें। बैठक में संभागायुक्त श्री त्रिपाठी ने कहा कि उन्होंने हाल ही में खरगोन ज़िले में गौशाला देखी थी यहाँ गौशाला में पंखे भी लगाए गए हैं। श्री त्रिपाठी ने कहा कि गोवंश के लिए पेयजल और आहार का उचित प्रबंधन सुनिश्चित किया जाये।  


    बैठक में उन्होने नदी पुनर्जीवन योजना की भी समीक्षा की। बताया गया कि बड़वानी ज़िले में 825 कार्य पूर्ण हो गये है। इस कार्य के लिये उन्होने कलेक्टर बड़वानी श्री अमित तोमर की सराहना की। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान बताया गया कि संभाग के विभिन्न अस्पतालों में 231 डॉक्टरों की नियुक्ति की गई है, इससे ग्रामीण अंचल में चिकित्सा सेवाओं में सुधार होगा।