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गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष लगभग तीन गुना अधिक
गेहूं समर्थन मूल्य पर खरीदने का लक्ष्य
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समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के लिये व्यापक तैयारियां शुरू
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संभागायुक्त श्री त्रिपाठी की अध्यक्षता में कलेक्टर कांफ्रेंस सम्पन्न
इंदौर 19 फरवरी, 2020
इंदौर संभाग में जारी रबी मौसम में गेहू के बम्पर उत्पादन का अनुमान है। संभाग में इस वर्ष गत वर्ष की तुलना में लगभग तीन गुना अधिक गेहूं समर्थन मूल्य पर खरीदने का लक्ष्य तय किया गया है। संभाग में इस वर्ष 9 लाख मेट्रिक टन से अधिक गेहूं खरीदी की जायेगी, जबकि गत वर्ष संभाग में 3 लाख 56 हजार137 मेट्रिक टन गेहूं समर्थन मूल्य पर खरीदा गया था। संभाग में इस वर्ष गेहू का रकबा गत वर्ष की तुलना में तीन गुना अधिक हुआ है। संभाग में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के लिये व्यापक तैयारियां शुरू कर दी गई है।
यह जानकारी आज यहां संभागायुक्त श्री आकाश त्रिपाठी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई कलेक्टर कांफ्रेंस में दी गई। बैठक में संभाग के जिलो के कलेक्टर्स, जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे। बैठक में संभागायुक्त श्री त्रिपाठी ने समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी पर की जा रही तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिये कि सभी जिलों में समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिये मात्रा का अनुमान कर उसके अनुसार व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। सभी खरीदी केन्द्रों पर किसानों के लिये सभी जरूरी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाये। बैठक में बताया गया कि संभाग में गेहूं खरीदी का कार्य 25 मार्च से शुरू होकर 22 मई तक चलेगा। इसके लिये किसानों का पंजीयन प्रारंभ हो गया है। अभी तक 50हजार से अधिक किसान अपना पंजीयन करा चूके है। पंजीयन की अंतिम तिथि 28 फरवरी है। गत वर्ष संभाग में एक लाख 66हजार 576 किसानों ने अपना पंजीयन कराया था।
बैठक में श्री त्रिपाठी ने शुद्ध के लिये युद्ध अभियान के तहत किसानों को गुणवत्ता पूर्ण खाद,बीज सहित अन्य कृषि अदानों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये चलाई जा रही निरीक्षण मुहिम की समीक्षा की। बताया गया कि संभाग में जारी रबी मौसम में गत एक अक्टूबर से लेकर अभी तक 3 हजार 164नमूने बीज, खाद और कीटनाशक औषधियों के लिये गये। इसमे से 130 नमूने अमानक पाये गये। संभाग में 38 लायसेंस निलंबित किये गये और 96 लायसेंस निरस्त किये गये। अमानक खाद,बीज और कीटनाशी औषधि बेचने वालों के विरूद्ध 8एफआईआर दर्ज कराई गई। संभाग में कुल 535 शोकाज नोटिस जारी किये गये। संभागायुक्त श्री त्रिपाठी ने इस अभियान को निरंतर जारी रखने के निर्देश दिये।
बैठक में श्री त्रिपाठी ने आपकी सरकार आपके द्वार अभियान के तहत आयोजित किये जा रहे जनमित्र शिविरों की प्रगति की जिले वार समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिये कि संभाग में प्रत्येक पंचायत में हर सप्ताह अनुवार्य रूप से जनमित्र शिविर आयोजित किये जाये। इन शिविरों का प्रभावी और परिणाममूलक आयोजन हो। किसी भी नागरिक को चिन्हित सेवाओं को प्राप्त करने के लिये तहसील और जिले में नहीं आना पड़े। शिविरों में मैदानी अधिकारी-कर्मचारियों की उपस्थिति हर सप्ताह सुनिश्चित की जाये। इसके लिये उनकी उपस्थिति लेने की व्यवस्था को कारगर बनाये। बताया गया कि संभाग में जनमित्र शिविरों में अभी तक23 हजार 584 आवेदन प्राप्त हुये। इसमें से 21 हजार 693आवेदनों का समय-सीमा में निराकरण किया गया। समय-सीमा में निराकृत नहीं करने पर 51 प्रकरणों में संबंधित अधिकारियों पर34 हजार रूपये का जुर्माना लगाया गया। श्री त्रिपाठी निेर्देश दिये कि जुर्माने की राशि संबंधित अधिकारी से वसूल कर संबंधित आवेदक को उपलब्ध कराये।
बैठक में संभागायुक्त श्री त्रिपाठी ने राजस्व प्रकरणों के निराकरण की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि सभी राजस्व प्रकरण निर्धारित समय-सीमा में निराकृत हो ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। सभी कलेक्टर यह सुनिश्चित करें कि उनके जिले के अधिकारी सभी प्रकरणों की हर सप्ताह सुनवाई कर उसका निराकरण शीघ्रता से करें। किसी प्रकरण को वे बेवजह लंबित नहीं रखें। उन्होंने कहा कि सभी तालाबों का सीमांकन कर लिया जाये। सीमांकन की जानकारी ऑनलाइन की जाये। सीमांकन के पश्चात मुनारे (सीमा चिन्ह) भी लगाये जाये। उन्होंने इंदौर संभाग में हाई स्कूल एवं हायर सेकेंन्डरी परीक्षाओं की तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिये कि परीक्षा केन्द्रों पर सभी जरूरी इंतजाम सुनिश्चित किये जाये। नकल माफियाओं को चिन्हित कर उनके विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाये। जहां बड़ी संख्या में प्रायवेट विद्यार्थी परीक्षा दे रहे है,उन्हें संवेदनशील परीक्षा केन्द्र मानकर विशेष व्यवस्था करें। उन्होंने संभाग में कुपोषण को दूर करने के लिये चलाये जा रहे अभियान की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि जिन आंगनवाड़ी केन्द्रों में तीन या इससे अधिक बच्चे अति कम वजन के है, वहां विशेष ध्यान दिया जाये। ऐसे केन्द्रों के लिये स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग समन्वित कार्ययोजना बनाकर उसका परिणाममूलक क्रियान्वयन करें।
इंदौर संभाग में गेहूं के बम्पर उत्पादन का अनुमान